जेपी नड्डा ने BJP टिहरी प्रत्याशी के लिए मांगे वोट, बताया राजनीति का रवैया…

लोकसभा चुनाव को लेकर जहां उल्टी गिनती शुरू हो गई है। वहीं भाजपा के स्टार प्रचारकों का उत्तराखंड में आने का सिलसिला जारी है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आज चुनाव प्रचार को धार देने उत्तराखंड पहुंचे। यहां उन्होंने मसूरी में टिहरी सीट से प्रत्याशी माला राज्य लक्ष्मी शाह के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने आजादी से लेकर अमृत काल तक की राजनीति का रवैया बताया। उन्होंने कहा कि पहले लोग ये तय नहीं कर पाए कि अर्थ जरूरी है. अर्थशास्त्र जरूरी है या मानवता जरूरी है। जापान, आस्ट्रेलिया, रूस कोई देश के नेता ये तय नहीं कर पाए कि मानवता जरूरी है या राजनीति।

टिहरी लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत मसूरी के गांधी चौक पर एक जनसभा आयोजित की गई। जिसे जेपी नड्डा ने संबोधित किया। पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने जेपी नड्डा के मसूरी पहुंचने पर उनका स्वागत किया। वहीं, महिला मोर्चा की ओर से भी उनका माला पहनाकर स्वागत किया गया। इस दौरान विजय संकल्प जनसभा में बोलते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि 10 वर्ष पहले राजनीति का रवैया उदासीन भरा था। लेकिन मोदी ने राजनीति की परिभाषा, संस्कृति, चाल-ढाल, तौर-तरीका और राजनीतिक दृष्टि से सकल्प की परिभाषा बदल दी है।आज मोदी सरकार विकसित भारत के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है।

जेपी नड्डा ने देवभूमि को प्रणाम कर अपने संबोधन की  शुरुआत की। उन्होंने कहा कि  विकसित भारत के संकल्प के साथ आज हम आगे बढ़ रहे हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है।  कोरोना काल में भारत की ताकत को सबने देखा है। लॉकडाउन लगाया, लोगों को बचाने का काम किया, वैक्सीन बनाई, दुनिया को नई राह दिखाई। देश ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई ऐतिहासिक कार्य किए हैं। कई महामारी में वैक्सीन दशकों तक नहीं आई, लेकिन मोदी सरकार ने कोरोना वैक्सीन कम समय मे बनाकर मिसाल कायम की। डिजिटल के क्षेत्र में कई ऐतिहासिक कार्य हुए हैं।

नड्डा ने भाजपा उम्मीदवार माला राज्यलक्ष्मी शाह के समर्थन में लोगों से जनसमर्थन मांगा और देवभूमि पर पंच कमल खिलाने के लिए जीत का मंत्र दिया। उन्होंने कहा कि ये चुनाव की बेला है और यह चुनाव मोदी के नेतृत्व में विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने का चुनाव है। उन्होंने कहा कि पहले कोई दवा आने में वर्षों नहीं शताब्दी लगते थे. लेकिन नेतृत्व का क्या असर होता है ये लोगों ने कोरोना के समय देख लिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना काल के दौरान केवल नौ माह के भीतर भारत को लड़ने के लिए तैयार किया और वैज्ञानिकों के सहयोग से वैक्सीन तैयार करवाई।

कोरोना काल का जिक्र करते हुए नड्डा ने कहा कि तमाम देश जूझते रहे लेकिन मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने उख्त फैसला लिया और सख्ती से लॉकडाउन लगाया। दो महीने के अंदर देयत को कोरोना से लड़ने के लिए तैयार किया। उस समय लोग कहते थे जान है तो जहान है। जब हम तैयार हो गए लड़ने के लिए तो मोदी ने कहा कि जान भी है और जहान भी है। ये बदलता भारत है।

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